International Fund: ऐसे फंड में निवेश कर के पोर्टफोलियो का जोखिम घटाया जा सकता है. फॉरेन एक्सचेंज पर होने वाली बढ़त का फायदा भी ग्लोबल फंड से मिलता है
इक्विटीज के मामले में लेंडर इंवेस्टमेंट का 50% से 60% अमाउंट आपको लोन के तौर पर दे सकते हैं. वहीं, बॉन्ड के मामले में यह राशि अधिक हो सकती है.
International Mutual Funds: हमेशा फंड की शीर्ष 10 होल्डिंग्स की जांच करें. एक ही कंपनी में अलग-अलग फंड के जरिए निवेश का मतलब नहीं है.
International Mutual Funds: अगर निवेश की शुरुआत कर रहे हैं तो आपके लिए बेहतर होगा कि विकसित देशों के फंड में निवेश करें जो अच्छा प्रदर्शन दिखा रहे हैं
International Funds: इंटरनेशनल फंड को ओवरसीज फंड भी कहते हैं. इन फंडों का निवेश इक्विटी या डेट में हो सकता है.
International Funds- बिना डीमैट अकाउंट के जैसे भारत के म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, वैसे ही भारत की AMC के जरिए आप ये फंड खरीद सकते हैं.